ब्रह्मा जी बोले हैं नारद इस प्रकार तिरुपुर में वेद नास्तिक मत स्थापित हो गया इस कारण वहां के निवासियों से लक्ष्मी रूस्ट हो गई तथा चारों ओर दरिद्रता ही दरिद्रता फैल गई है नारद इन सब बातों का मूल कारण तुम ही थे उन तीनों भाइयों ने शिवजी की पूजा को छोड़ दिया जिससे देश में उपग्रह होने लगे तब देवताओं ने उन सब की यह दशा देख आनंद में मग्न हो इंद्र को साथ ले मेरे पास आकर सब वृतांत कहा तब मैं भी सब लोगों को लेकर विष्णु जी के निकट गए गया वहां पहुंचकर स्तुति करने के पश्चात उनसे यह कहा है विष्णु जी आपके बताए हुए उपाय से बहुत लाभ हुआ अर्थात आपके रोपण आहरण के शिशु सहित तिरुपुर में जाकर नारद को शिव शिष्य बनने के उपरांत सबको अपने मत में मिल लिया अब यह निश्चय है कि आप तिरुपुर को अपना जाल देंगे तब तिरुपुर बोल ही देवताओं शिवजी देवताओं के इस कार्य को अवश्य पूरा करेंगे यह कहकर तथा हम सबको साथ लेकर विष्णु जी शिव जी के पास गए तथा देवताओं सहित उसकी स्तुति करने लगे उन्हें विनय किया है प्रभु अब आप देवताओं को आनंद प्रदान कर डेटियों का विनाश करेंगे यह सुनकर शिवजी बोल ही देवताओं हम तुम्हारे कार्य को समझ गए हैं अब त्रिपुर शीघ्र ही नष्ट हो जाएगा शिवजी के ऐसे आश्चर्य जनक वचन सुनकर देवता अत्यंत प्रसन्न हुए हे नारद जो इस चरित्र का पाठ करेगा या सुनेगा उसके भी सब मनोरथ पूर्ण होंगे
TRANSLATE IN ENGLISH
Brahma Ji said that Narad, in this way, the atheistic faith of Vedas was established in Tirupur. Due to this, Lakshmi got angry with the residents there and poverty spread everywhere. Narad, the main reason for all this was you. Those three brothers left the worship of Lord Shiva due to which the country started to be divided. Then the Gods seeing their condition were filled with joy and taking Indra along with them, they came to me and told the whole story. Then I also went to Vishnu Ji along with all the people. After reaching there and praising him, I told him that Vishnu Ji, the remedy suggested by you has benefited a lot. That is, after going to Tirupur with the child of your child, Narad became Shiva's disciple and after becoming Shiva's disciple, everyone got convinced of your faith. Now it is certain that you will give your net to Tirupur. Then Tirupur said to the Gods that Shiva will definitely complete this task of the Gods. Saying this and taking all of us along, Vishnu Ji went to Shiva Ji and started praising him along with the Gods and requested him that Lord, now you will give joy to the Gods and destroy the demons. Hearing this, Shiva Ji said that Gods, we have understood your task now. Tripura will soon be destroyed. The gods were extremely pleased to hear such astonishing words from Lord Shiva. O Narada, whoever will recite or listen to this story, all his wishes will be fulfilled.
0 टिप्पणियाँ