ब्रह्मा जी बोले हे नारद हुए लोग संसार में बड़े भाग्यशाली हैं जो शिवजी की भक्ति करते हैं शिवजी की भक्ति तीनों लोकों को भाई से ही प्राप्त होती है वह ही सदा शिव जब देवताओं सहित सांसारिक मनुष्यों के समान हिमाचल के द्वारा को चले तब उनको देखने के लिए नगर की सभी स्त्रियां जो जिस अवस्था में बैठी थी उसे प्रकार उठकर चल दिए हुए शिवजी को देखकर परस्पर कहती थी कि गिरजा को ऐसा पति तब के ही कारण मिला है वह सब मिलकर परस्पर मंगल ज्ञान करने लगे मैं ने अत्यंत प्रसन्न होकर शिवजी की आरती उतारी गिरिजा ने भी अपने माता से छिपकर शिवजी को देखा उनके जैस सुंदर स्वरूप गिरजा को दिखाई दिया उसकी प्रसन्नता नहीं की जा सकती गिरिजा ने सुंदर स्वरूप देखकर प्रणाम किया तब हिमाचल में कुल तथा संसार की रीति के अनुसार बड़ी प्रसन्नता और धूमधाम के साथ सब ऋतुओं पुरी की द्वारा कर के पश्चात गण नृत्य पुष्प वाटिका तथा अनेक प्रकार के आनंद मंगल होने लगे तत्पश्चात बारात जनवासने को गई
TRANSLATE IN ENGLISH
Brahma Ji said, O Narada, those who worship Lord Shiva are very fortunate in this world. The devotion of Lord Shiva is attained by the three worlds only through their brother. When Lord Shiva along with the gods went to the gates of Himachal Pradesh like worldly men, then all the women of the city stood up in whatever position they were sitting in and went to see him. Seeing Lord Shiva, they said to each other that it was because of him that Girija has got such a husband. All of them started exchanging auspicious words with great joy. I performed the aarti of Lord Shiva with great happiness. Girija also saw Lord Shiva hiding from her mother. Girija saw such a beautiful form of Shiva. Her happiness cannot be expressed by seeing his beautiful form. Then, in Himachal Pradesh, as per the customs of the clan and the world, with great joy and pomp, after visiting all the seasons, there started mass dance, flower garden and many kinds of joyous auspicious events. After that, the wedding procession went to the wedding venue.
0 टिप्पणियाँ