कुब्जा पर कृपा धनु बाग कोलवा पिंड और चारों आदि मालूम का नाश तथा कंस का वध श्री पाराशर …
भगवान का मथुरा में प्रवेश रजक वध तथा माली पर कृपा श्री पाराशर जी बोले यदुवंशी अक्रूर ज…
यह कहकर अक्रूर जी यमुना जी के घर में घुसकर स्नान कर आज मन आदि के आमंत्रण राम ब्रह्मा क…
भगवान का मथुरा को प्रस्थान गोपियों की वीरह कथा और अक्रूर जी का मोह श्री पाराशर जी बोल…
अक्रूर जी का गोकुल यात्रा श्री पाराशर जी बोले अक्रूर जी भी तुरंत ही श्री कृष्ण जी के द…
केशी का वध श्री पाराशर जी बोले है मैथिली कंस के दूध द्वारा भेजा हुआ महाबली कैसी भी श्…
कंस का श्री कृष्ण को बुलाने के लिए अक्रूर को भेजना श्री पाराशर जी बोले भीष्म रूप धारी …
वृषभासुर वध श्री पाराशर जी बोले एक दिन श्री कृष्ण जी जब शाम कल के समय रासलीला में सत्…
उस समय प्रभु श्री कृष्ण जी के नियंत्रण कहीं और चले जाने पर श्री कृष्णा चेष्टा किया अधी…
गोपो द्वारा भगवान के प्रभाव का वर्णन तथा भगवान का गोपियों के संग रहस्य लीला श्री पाराश…
शक् कृष्ण संवाद कृष्ण स्तुति श्री पाराशर जी बोले श्री कृष्ण की यह लीला देखकर इंद्र की…
इंद्र का कोप और श्री कृष्ण का गोवर्धन धारण श्री पाराशर जी बोले है मैथिली अपने यज्ञ के …
इस वैन में पर्वत गांड अपनी इच्छा अनुसार रूप धारण करने वाले हैं वह अपनी इच्छा अनुसार रू…
शरद दर्पण तथा गोवर्धन पूजा श्री पाराशर जी बोले इस तरह बलराम और कृष्ण के वज्र में बिहार…
श्री पाराशर जी बोले तब रोहिणी नंद के बल वीर्य को जानने वाले महात्मा श्री कृष्ण ने मधुर…
प्रलम्ब वध श्री पाराशर जी बोले अपने अनुचर सहित उसे गर्व और के मारे जाने के पश्चात वह …
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