हे राजन लिंग में एक बार मिट्टी लगने से गुदा में तीन बार मिट्टी लगने से बाई हाथ में 10 बार मिट्टी लगने से और दोनों हाथों में सात बार मिट्टी लगने से सो कम संपन्न होता है इसके बाद बिना गढ़ और बिना फन स्वच्छ जल लेकर आमचा करें तथा फिर बहुत सी मिट्टी लेकर उसे पैर धोकर तीन बार खुला करें और दो बार मुक्त हुए इसके पश्चात जल लेकर जीरो देश में लगी इंद्रियां रंध्र मूत्र बहू नाही और हृदय को स्पर्श करें फिर भली प्रकार स्नान करने के अंतर के स्वर का श्रद्धा यज्ञ अनुष्ठान करना चाहिए उसके बाद अपने वर्ण धर्म के अनुसार राजीव का के लिए धनु उपार्जन करें उसे धन उपार्जन धन द्वारा ही सोम संस्था हेवी संस्था तथा पाक संस्था कर मत धर्म संपन्न होते हैं नित्य कर्म करने से पूर्व नदी नाद दाग दीवारों की बड़ी और पृथ्वी झरनों में स्नान करना चाहिए अथवा कुएं से जल खींच कर उसके पास के स्थान पर स्नान करें यदि वह वहां पर स्नान करना संभव न हो तो उसे कुएं से खींचे हुए जल को घर पर लाकर उसे स्नान कर लें स्नान करने के पश्चात शुद्ध स्वच्छ वस्त्र पहन कर देवता में ऋषिगण और पितृगन का उन्हीं के तीर्थ से तर्पण करें देवता और ऋषियों के तर्पण के लिए तीन-तीन बार प्रजापति के लिए एक बार जल छोड़े है फुक्ते इस प्रकार प्रतिभाओं को भी संतुष्ट करें एवं नं और उसके पिता तथा उसके पिता को भी प्रीत तीर्थ जल से दान करें आप मैं कामयाब तर्पण का वर्णन करता हूं ध्यानपूर्वक सुनो यह जल माता के लिए हो या जल प्रमाता के लिए हो यह जल जल वृत्त प्रमाता के लिए हो यह जल गुरु पत्नी को या जल गुरु को यह माया को यह जलपरियां मित्रों को तथा यह जल राजा को प्राप्त हो है राजन यह जपत हुआ समस्त भूतों के लिए देव आदि तर्पण करके अपनी इच्छा के अनुसार अभिलापित संबंधित के लिए जल दान करें देव तर्पण के लिए इस प्रकार कहें देवासुर यश नाग गंधर्व राक्षस प्रिंट पोशाक सिंह मुहूर्त पशु पक्षी जलचर स्थल चर तथा वायु भारत आदि समस्त तरह के जीव मेरे दिए गए जल से तृप्त हो गए जाए जो प्राणी संपूर्ण नार्को में अनेक तरह की यात्राएं भूख रहे हैं उसे ट्रिप के लिए माया जल दान करता हूं जो मेरे बंधु अथवा अब बंधु है तथा जो दूसरों जन्मों में मेरे बंधु थे एक दूसरे और भी जो मुझे जल की इच्छा रखने वाले हैं वह सब मेरे लिए दिए हुए जल से प्रीत हो इस राहु और घृणा भूख एवं प्यास से व्याकुल जीव किसी भी स्थान पर हो मेरा दिया हुआ तिलों तक उसकी तृप्ति प्रदान करें हेनरी किस प्रकार मैं तुमसे यह काव्य तर्पण का निरूपण किया जिससे करने से प्राणी समस्त संसार को तृप्त कर देता है और यह आधार इससे उसे संसार की तृप्ति से होने वाला पूर्ण मिलता है इस तरह उपरोक्त जिओ को श्रद्धा पूर्वक काव्यजल दान करने के अंतर आक्रमण करें और इसके पश्चात प्रभु सूर्य देव की अंजलि देते हुए कहें प्रभु विश्व आनंद को प्रणाम है जो वेद और विष्णु के तेज रूप स्वरूप है तथा सृष्टि की रचना करने वाले अत्यंत पवित्र और कर्म की साक्षी है
TRANSLATE IN ENGLISH
Hey Rajan, applying soil once to the penis, applying soil thrice to the anus, applying soil 10 times to the left hand and applying soil seven times to both the hands is less successful, after this take clean water without a stronghold and without a funnel. And then take a lot of mud, wash the feet and open it three times and get free twice, after that, take water and touch the heart, and then take a good bath and perform the ritual of Shraddha Yajna. After that, according to your varna dharma, earn money for Rajeev Ka, he earns money only by doing Som Sanstha, Heavy Sanstha and Pak Sanstha, religion is accomplished, before doing daily work, bathe in big and earthy springs of river, nad daag, walls. Should bathe in a nearby place by drawing water from the well, if it is not possible to bathe there, bring the water drawn from the well at home and bathe it. Sacrifice the Rishis and Pitrigan from their own pilgrimage. For the sacrifice of deities and sages, water has been released thrice once for Prajapati. Donate from you I describe the successful Tarpan Listen carefully Be it for the mother of water or for the mother of water, be it for the mother of water, be it for the mother of the water circle, be it for the wife, be it for the water master, be it for Maya, be it for the mermaids, for friends and This water is received by the king, Rajan, it is chanted, for all the ghosts, by offering water to the deity etc., according to your wish, donate water to the cursed relative, say this way for deva tarpan, Devasur, Yash, Nag, Gandharva, monster print dress, lion, auspicious time, animal, bird, aquatic place Char and Vayu Bharat etc. all kinds of creatures get satisfied with the water given by me. Those creatures who are hungry for many types of journeys in the whole Narco, I donate Maya water for the trip, who is my brother or now a brother and who has been in other births. I am my brothers, each other and all those who wish me water, may all be in love with the water given to me, this Rahu and the creature distraught with hatred, hunger and thirst may be at any place, may my given give its satisfaction till the sesame seeds. Henry, how did I describe this poetic offering to you, by doing which the creature satisfies the whole world and this basis gives it the fulfillment of the satisfaction of the world, in this way attack the differences of donating poetic water to the above Jio. And after this, while offering obeisances to Lord Surya Dev, say salutations to Lord Vishva Anand, who is the bright form of Vedas and Vishnu and who is the creator of the universe, the most pure and the witness of Karma.
0 टिप्पणियाँ