श्री विष्णु पुराण कथा तीसरा स्कंद अध्याय 10 का भाग दो


 


इसके पश्चात यदि विवाह करना हो तो अपने द्वितीय यश अवस्था स्वयं से तिहाई कम उम्र वाले कन्या से करें तथा अधिक अथवा अल्प कैसे वाले अथवा अत्यंत सावली या भूरे रंग की स्त्रियों से संबंध ना बनाएं जिस के जन्म से ही अधिक नियॉन अंग हो आप पवित्र रोम युक्त आप कॉलोनी अथवा रोजनी रोग युक्त हो उसे स्त्री से कडप ए विवाह न करें बुद्धिमान पुरुष को चाहिए कि जो स्त्री दोस्त इस स्वभाव वाले हो कटू भाषण हो जो जन्म से ही अग्नि हो जिसके समान मुख या पूछो के चिन्ह हो जो पुरुषों जैसे आकार वाले हो जो आग्रह शब्द करने वाले अति मंत्र या कौवे के समान कर स्वयं वाले हो वह पक्ष सूर्यांश हो या गोल नेत्रों वाले हो इस स्त्री से विवाह न करें जिसकी जांघों पर रोम हो इसके घुटनों में ऊंचे हो हंसते समय इसके गाल का पल आते गड़गड़ते पढ़ते हैं उसका नियम से विवाह न करें जो दास क्रांति वाली हो नाखून बुरे हो लाल नेत्र वाली हो हाथ पर भारी हो अथवा वामन नदी हो या आती लंबी हो जिसकी बेटी किया आप में जुड़ी हो जिसके दांत चित्र हो दांतों में अंतर हो इसके आगे के दांत निकले हुए हो उसे स्त्री से विवाह न करें है राजन मातृ पक्ष से पांचवीं पीढ़ी तक और पितृपक्ष से सातवीं तक जिसका मियां का संबंध ना हो गृहस्थ पुरुष को निम्न अनुसार इस कन्या से विवाह करना चाहिए ब्रह्मा विवाह देव विवाह आकर्षण विवाह प्रज्यात विवाह असुर विवाह गंधर्व विवाह रक्षा विवाह तथा पोस्ट श्याम विवाह के आठ प्रकार के विवाह बतलाए गए हैं जी विवाह को जी वन के लिए महर्षियों ने धर्म के अनुकूल बताया है उसी के द्वारा पानी ग्रहण संस्कार करना चाहिए अन्य वीडियो को छोड़ दें इस तरह साधवानी पत्नी को पाकर उसके साथ गृहस्थ धर्म का पालन करें क्योंकि उसका पालन करने पर वह महान फल देता है

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After this, if you want to get married, then do your second fame with a girl who is one-third younger than you and do not make a relationship with women who are more or less hairy or very dark or brown in color, who have more neon organs since birth. If you are suffering from Colony or Rojni disease, do not marry a woman hard. A wise man should have a female friend who is of this nature, who has a bitter speech, who is fire from birth, who has a similar face or a question mark, who is shaped like a man. Be it the one who utters words of incantation, be like a crow, be like a crow, be it the side of the sun or have round eyes, do not marry this woman, who has hair on her thighs, her knees are high, while laughing, her cheekbones growl while reading. Don't marry a person who has a slave revolution, who has bad nails, who has red eyes, who has a heavy hand, or who is a Vaman river, or whose daughter is long in coming, whose daughter is attached to you, who has a picture of teeth, who has a gap in her front teeth. If he is outcast, he should not marry a woman who is a Rajan from the maternal side up to the fifth generation and from the paternal side up to the seventh, who does not have any relation with the husband, the householder should marry this girl according to the following Brahma Vivah Dev Vivah Akarshan Vivah Prajyat Vivah Asura Vivah Gandharva Eight types of marriages have been described for Vivah Raksha Vivah and Post Shyam Vivah. Maharishis have said that marriage is in favor of religion for Jeevan. Follow the householder's religion because when followed it gives great results

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