श्री हरिवंश पुराण कथा

काली युग का वर्णन



विधान की अधिकता के कारण थोड़ा धर्म भी बड़ा फलदायक होगा किंतु मनुष्य धर्म चारों का मजाक उड़ा आएगा अधर्मी हो जाएंगे उनके मन प्राण वरिंद्र प्राचीन मनुष्य की भांति शिष्टता और संयम पूर्ण आचरण नहीं करेगा और ना धन का ही तभी स्वर्ग मानकर पूजन होगा सभी मर्यादा नष्ट हो जाएगी मनुष्य का उद्देश्य केवल इन्हीं स्वार्थ पूर्ति के विचार तथा भ्रष्टाचार ही रह जाएगा प्रजा नास्तिक हो जाएगी अतः उस काल में थोड़ी सी भी तपस्या फलदायक होगी दानवा नाम जप कीर्तन ही तब कल्याणकारी होंगे तेरा जन्म कलयुग क हेरा जानकारी योग के प्रभाव से नीतियों के भीगी स्वभाव में परिवर्तन आएंगे यासीन लज्जा और लोक लालच खो देंगे मनुष्य अपना गौरव स्वच्छता एवं सद्गुणों को देंगे वह आपका साम्राज्य होगा मदिराजू आप नाश्ता वास्ता तब सत्कार तथा संस्कृति बनाएंगे यह सभी युगधर्म है तुम या कोई अपने प्रयासों से युगधर्म हो या काली युग के आगमन को रोक नहीं पायेगा तब जन्म जय द्वारा पूछे जाने पर कि आपने अली योग का भी वर्णन किया है यह वह बोला राजा प्रजा फर क्राय कार लगाएगी किंतु उसकी रक्षा नहीं करेगी उल्टा प्रजा का शोषण और उसके धन-संपत्ति का हरण करके आश्रम की व्यवस्था नष्ट हो जाएगी ब्राह्मण शुद्र व अन्य वाहनों के कार्य करने लगेगा तथा सूत्र ब्राह्मणवादी अन्य कारणों के कार्य होंगे जिससे वाण सकारात्मक सूत्र पहचान अस्तित्व करना हो ना पैदा हो जाएंगे सब एक ही पंक्ति में खाना खाएंगे ब्राह्मणों का आदर नष्ट हो जाएगा पिता पुत्र महावीर के भाई-बहन आदि के साथ गुरु शिष्य की भी मर्यादा नष्ट हो जाएगी बुजुर्गों को सम्मान के स्थान पर तिरस्कार मिलेगा मित्र मित्र धर्म का पालन नहीं करेंगे एक बर्तन में खाना खाना अथवा साथ-साथ मनोरंजन करना ही मित्रता का दरिया माना जाएगा तब अधिकतर मनुष्य कल पुर्जों का ध्यान रखने वाले होंगे किंतु ईश्वर झूठे अवसरवादी का या धर्म ईमान दूसरे के परिश्रम को अधिकार पर अपना हक जताने वाले होंगे मदिरा तथा मांस का भक्षण करेंगे कि स्त्रियों को मित्र मिले मित्र समझेंगे स्त्रियों की चारदीवारी लांग कर पुरुष निश्चित कार्य करेंगे शिक्षा इज्जत आवेश तथा यज्ञ फल पीटने लगेंगे गांव हत्याएं होने से तथा उसकी सेवा ना होने से उसकी कमी हो जाएगी दो 2 वर्ष के बच्च को भी बैलगाड़ी के आगे जो आ जाएगा मौसमों का समय बदल जाएगा लोग वैशाली बस दूर मर्यादित होंगे प्राकृतिक संपदा का अंधे स्वार्थ के कारण अंधाधुंध दोहन होगा तथा प्राकृतिक को प्रदूषित किया जाने लगेगा स्त्रियों के केसों को काटना उसकी शोभा समझा जाएगा पुरुषों की कमी तथा स्त्रियों की संख्या अधिक हो जाएगी लोगों पर पर लोग व पर से विश्वास उठ जाएगा मरुस्थल वर्षा मुद्रा विस्तार को प्राप्त होंगे मेघवालों की वर्षा करेंगे जाने भी दुराचारी हो जाएंगे सत्ता शक्ति विद्या ज्ञान अधिकार तथा सुविधा का दुरुपयोग होने लगेगा शपथ तथा वचन का कोई मूल्य नहीं रहेगा छात्र लुप्त हो जाएगा ऋण लेने वाला आभार ना मानकर नेता को ही आंखे दिखाने लगेगा निकाल बजाने वाले पाखंडी कोई धर्म गुरु मान लिया जाएगी गुरु पर शीशा पिता और पुत्र सास और बहू तथा पुरुष पुरुष पर स्त्री राज करेंगे उपकार के बदले कोई उपकार नहीं करेगा वही चाहर संस्कृति का मन होगा तब कोई भी रोग तथा व्याधि से रहित ना होगा मनुष्य पशुओं से भी भ्रमण करेंगे यह राजन राज पर पुरुषों के स्थान पर स्त्रियां राज करेंगे बाद में स्त्रियों के स्थान पर नपुंसक शासन करेंगे अन्यथा धर्म ज्ञान विद्या और सील आदि लोग हो जाएंगे परमात्मा का नाम लेने वाले हो राजा पत्थर मारेंगे पक्षियों की कब टीमों की पूजा होगी शास्त्र धारी रक्षक और अंगरक्षक ही भक्षक हो जाएंगे भूमि की शक्ति क्षीण हो जाएगी सूर्य का ताप बढ़ जाएगा मनुष्य शाहरुख पक्षी तथा खाद्य पदार्थों को भी खाने लगेगा पुरुष की मर्दानगी संभोग योग जाने से वे स्त्रियों के आज्ञा पालन उसके दास तथा विषय रात द्वारा उसके दास तथा विषय राती द्वारा उसे संतुष्ट करने का प्रयास करने वाले हो जाएंगे विषय का अर्थ है जो सामना होता है इसमें सभी प्रकार के अप्राकृतिक मैथुन आ जाते हैं मेहमानों के आने पर प्रसंता नहीं होगी केवल धन कमाना और उपभोग करना ही मनुष्य मात्र का लक्ष्य होगा ऐसा बता कराओ तभी पुनः ही आने का आश्वासन देकर धर्म यज्ञ महा ज्ञानी त्रिकालदर्शी व्यास जी लौट आएंगे

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Description of Kali Yuga

Due to the excess of legislation, a little religion will also be very fruitful, but man will make fun of all four religions, his mind and soul will become unrighteous. Man's aim will be only these thoughts of selfishness and corruption will remain, people will become atheists, so even a little austerity will be fruitful in that period, chanting the name of the demon will be beneficial, then only your birth will be beneficial. Changes will come in wet nature Yasin Shame and public greed Man will give his pride to cleanliness and virtues that will be your kingdom When asked by Janma Jai that you have also described Ali Yoga, he said that the king will make the people cry again but will not protect them, on the contrary, by exploiting the people and taking away their wealth, the system of the ashram will be destroyed. Brahmin will start doing the work of Shudra and other vehicles and Sutra will be the work of Brahminist other reasons due to which Vaan positive sutra identity will be born or not everyone will eat food in the same row respect of Brahmins will be destroyed father son Mahavir's brother- Along with sister etc., the dignity of teacher and disciple will also be destroyed, elders will get contempt in place of respect, friends will not follow religion, eating food in the same vessel or entertaining together will be considered as the river of friendship, then most of the people will be spared tomorrow. Will be caring but God will be of false opportunist or faith in religion will assert their rights over other's hard work, will eat alcohol and meat that women will consider friends as friends; men will definitely work by crossing the wall of women, education, respect, passion and sacrifice Villages will start plucking fruits due to killings and lack of service; even a 2-year-old child will come in front of a bullock cart; seasons will change; people will be limited; Will happen and nature will start being polluted Cutting hairs of women will be considered as its beauty Shortage of men and number of women will increase People will lose faith in people and on people Power, knowledge, knowledge, rights and facilities will be misused. There will be no value of oath and promise. Student will disappear. Sheesha father and son, mother-in-law and daughter-in-law and man, woman will rule over man, no one will return a favor, the same Chahar will be the mind of culture, then no one will be free from disease and disease, humans will travel even with animals, this Rajan will rule the place of men. But women will rule, later eunuchs will rule in place of women, otherwise there will be people who take the name of God, kings will pelt stones, when will teams of birds be worshiped, protectors and bodyguards of scriptures will become eaters of the land. The power will decrease, the heat of the sun will increase, the man will start eating Shahrukh, birds and food items as well. By knowing the masculinity of the man, he will obey the women, his servant through his slave and his slave through the subject night and try to satisfy him through the subject night. The meaning of the subject is that which is encountered, all kinds of unnatural sex come in it, there will be no happiness on the arrival of guests, only the goal of human beings will be to earn money and consume it, tell them that only then, by assuring them to come again, the religious yagya Great wise Trikaldarshi Vyas ji will return

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