श्री हरिवंश पुराण कथा

कृष्णा की 16100 शादियां



हे योगी अनुज चारों ने सुध हाई ग्रीप आदि महाबल साली राक्षसों ने दलबल सहित कृष्णा का रास्ता रोकने का प्रयास किया किंतु कृष्णा ने चार धनुष द्वारा उन सब को मार दिया तब नरकासुर क्रोध में धड़कता हुआ आपने अनु चारों सहित रण में आया नरकासुर के साथ कृष्णा का बहुत भयंकर युद्ध हुआ बता मैं श्री कृष्णा मैं अपने अमोघ अस्त्र सुदर्शन चक्र द्वारा नरकासुर का शीश काट दिया यह नरकासुर भूमि का पुत्र होने से भोमा सुरभि कहा जाता था उसे मारकर कृष्णा ने आदिति के कुंडल प्राप्त कर इंद्र को लौटा है और नरकासुर द्वारा अपहृत 16100 कन्याओं से श्री कृष्णा ने शादी कर ली इस प्रकार 8 वाट रानियों को मिलाकर कृष्ण की कुल 16108 रानियां हुई हुए अपने योग बल में से एक ही समय में समस्त रहने से स्मरण किया करते थे और उस समय उनकी हर रानी यही सोचती थी कि कृष्ण केवल उसी के पास है हे राजन इंद्र ने अदिति के कुंडल पाकर पिता ज्ञापन के लिए कृष्णा और सुदामा को स्वर्ग में आमंत्रित कर उनका बहुत सत्कार किया आदित्य ने तब कृष्णा से कहा तुम्हारी या पत्नी सद्भावना सदैव प्रियदर्शनी सुंदर तथा युवा रहे इस प्रकार का आशीर्वाद प्राप्त कर वह स्वर्ग लोक का हनन लेकर वहां घूम कर भयभीत अद्भुत वस्तुएं देख कर पीटा था तब सद्भावना वापस लौट आए उन वस्तुओं में नित्य पुस्तकों को धारण करने वाला दिव्य तथा दीप गंधर्व के साथ प्रकाशित होने वाला अति सुंदर पराजित का वृक्ष भी था इस प्राचीन वृक्ष की कथा भी बहुत रोचक है वह मैं तुम्हें कहता हूं आप सुनना

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16100 marriages of krishna

Hey Yogi Anuj, all four of them Sudh high grip etc. Mahabal Saali demons tried to block Krishna's way with Dalbal but Krishna killed them all with four bows then Narakasura throbbing with anger you along with all four Anu came to the battle Krishna with Narakasura A very fierce battle took place. Tell me, Shri Krishna cut off Narakasura's head with his infallible weapon Sudarshan Chakra. This Narakasura was called Bhoma Surabhi, being the son of the land. Shri Krishna married 16100 girls, in this way, including 8 Vat queens, Krishna had a total of 16108 queens. Only He has it, O king. Indra received Aditi's coil and invited Krishna and Sudama to heaven for father's memorandum. do that of heaven Seeing wonderful things, he was beaten after seeing the wonderful things, then Sadbhavana returned. Among those things, there was also a very beautiful defeat tree, which was published with divine and lamp Gandharva, the one who holds books daily, the story of this ancient tree is also very interesting. is that i tell you you listen

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