श्री हरिवंश पुराण कथा

दिवित वानर का वध



इसी प्रकार पर्वत पर प्रमोद के लिए अपनी पत्नी के साथ गए हुए बलराम जब मदिरापान कर रहे थे तब द्वित्व नामक महान पराक्रमी और महाशक्तिशाली वानरों वहां उत्पात मचाने लगा था यह द्वित बड़ी-बड़ी शीला को नगरों और गांवों के ऊपर गिरा कर उसे नष्ट कर देता था समुद्र में घुसकर अपनी उछल कूद द्वारा समुद्र को अभिभूत कर देता था अपने हाथों से सागर काजल बाहर उछाल कर निकटवर्ती प्रदेशों में बाढ़ आया करता था उस महाबली दाना हुआ रोहित को इन्हीं बलराम जी ने पेड़ उखाड़ कर युद्ध करने के बाद अपनी प्रबल मुट्ठी के प्रहार से मार दिया था मुसल उसका आलोक छात्र था सुन्नत नामक वह मुसलमान विकराल और तेजस्विता हल को भी वह शस्त्र के रूप में प्रयोग करते थे मुसल और हाल जैसी अटपटी वस्तुओं को भी शास्त्र के रूप में प्रयोग करने में समर्थ व महावीर या बलराम ही थे इसमें पूर्व ना तो उनको कोई अबोध के रूप में प्रयुक्त कर सका है ना ही कर पाएगा यह मैंने तुमसे अद्भुत कर्म बलराम जी के विशेष चरित्रों को अति संक्षिप्त रूप में कहा और क्या जानना चाहते हो वह पूछो

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Killing of Divit Vanar

Similarly, when Balram, who had gone with his wife for Pramod on the mountain, was drinking, then the great mighty and superpowerful monkey named Dwitva started creating havoc there. Entering the sea, he used to overwhelm the sea with his jump, he used to jump out of the ocean with his hands, used to flood the nearby regions, that great-sacrificing grain Rohit, this same Balram ji after the fight by uprooting the tree, with his strong fist Musal was killed by a blow. His light student was Sunnat. That Muslim called Vikaral and Tejaswita. In this, no one has been able to use him as an innocent, nor will he be able to do this.

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