बाल कृष्णा के चरित्र
हे राजा रोशनी से मर्द के पैदा होने का समाचार तो बासुदेव पहले ही सुना चुके थे आता होगा जल्द ही ब्रज में जाकर नंद से मिले और उन्हें कृष्ण भगवान बलराम दोनों का पालन बहुत सावधानी से करना था क्योंकि वह जानते थे कि का उसकी ने किसी आदि राक्षसों को स्वतंत्र घूमने का आदेश दिया वह इसके बाद वह वापसी मथुरा नगरी चले आए कृष्णा द्वारा सकट तोड़ना वैसे पनारी ने आगे कहा नांद दोनों बालकों का नामकरण आदि संस्कार करके सावधानी से उसका पालन करने लगे पहले का नाम संकरण छोटे का कृष्णा रखा गया है राजन एक बार यशोदा जीने की रिपोर्ट के पास बुलाकर यमुना नदी पर पानी लेने चली गई वापस बुलाने के लिए श्रीकृष्ण ने रोते हुए ऐसे हाथ पैर इलाज की शपथ ही लोकगीत ओसाका टो पलटा वो टूटा हुआ पाकर बहुत हैरान हुई अपने पुत्र के ही संकट में सकुशल बस जाने पर उन्होंने कृष्णा को बलिया लिया पूतना का वध इसी प्रकार कृष्णा के रूप में तेज हार्दिक की प्रशंसा सुनकर बकासुर की बहन पूतना जो कागज की नाव थी राज में आई उसने अपने स्थानों पर 20 लगाकर स्तनपान करा कर कृष्णा को मार डालने का प्रयत्न किया परंतु श्री कृष्णा का तो कुछ नहीं बिगाड़ छोट श्री कृष्णा स्तनपान के साथ उड़ना के प्राण को भी पी गए बाद में समस्त जनों को कृष्णा के निकट विशाल खाया राक्षसी कपड़ा देखकर अत्यंत आश्चर्य चकित हुआ किंतु हुए पूतना की मृत्यु का कारण नहीं जान पाए
TRANSLATE IN ENGLISH
character of child krishna
O king, Basudev had already told the news of the birth of a man from Roshni. After ordering the demons to roam freely, he returned to the city of Mathura. Once Yashoda went to the river Yamuna to get water after being called near the report of the living, to call her back, Shri Krishna cried and swore to cure such hands and feet, folk song Osaka to turn, she was very surprised to find it broken. On leaving, he killed Krishna. Similarly, after hearing the praise of Tej Hardik in the form of Krishna, Bakasura's sister Putna, who was a paper boat, came to the kingdom. Nothing wrong with Shri Krishna, little Shri Krishna He also drank the life of Udna along with the breast milk. Later, all the people were very surprised to see the huge eaten demonic cloth near Krishna, but could not know the reason for Putna's death.
0 टिप्पणियाँ