श्री हरिवंश पुराण कथा

भगवान विष्णु के वामन अवतार



राजा बलि के कारण भगवान विष्णु ने अवतार लिया था बल्कि दैत्यों का राजा था और महादानी था देवता उसके बढ़ते प्रताप से भयभीत थे वह भगवान विष्णु ने वामन बने ब्राह्मण का रूप धारण कर बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी और दो भाग में ही सारे लोगों को नाप लिया तीसरे पक्ष को रहने का स्थान ना मिलने पर बलि ने अपना सिर आगे कर दिया उसके सिर पर पैर रखकर उससे मस्त समस्त दैत्य शहीद सदा के लिए पताल में भेज दिया तब देती हूं द्वारा विरोध करने पर वह मन से विशाल रूप धारण कर सभी विरोधियों को लात घुसा से मार दिया विष्णु का वाह अवतार वामन अवतार के नाम से विख्यात था

पांचवा भगवान विष्णु के दत्तात्रेय अवतार

हे राजन जावेद वेदांत वेद प्रक्रिया व यज्ञ आदि कर्म नष्ट होने लगे वर्ण व्यवस्था संकुचित होने लगी तब धर्म के नाश हो जाने से अधर्म की बहुत अधिक विधि हो गई सत्य नष्ट होकर असत्य बढ़ गया तब प्रजा दुखी रहने लगी धर्मात्मा व्याकुल हो उठे तब भगवान विष्णु ने स्त्री के दत्तक पुत्र दिया का रूप धारण किया वेदों की पुनर्स्थापना की वर्ण व्यवस्था को ज्वाइन किया तथा यज्ञ को प्रोत्साहित किया इस प्रकार सत्य व धर्म की पुनर व्यवस्था की है इससे आवासी करतूत अर्जुन को योग्य समझकर उसे युद्ध के समय हजार हाथों वाला होने का वरदान दिया जिससे वह दुष्ट राजाओं तथा राक्षसों का समय समय पर संघार कर सके

TRANSLATE IN ENGLISH 

Vamana Avatar of Lord Vishnu

Lord Vishnu had incarnated because of King Bali, but he was the king of the demons and was a great donor. The gods were afraid of his increasing glory, that Lord Vishnu took the form of a Vamana Brahmin and asked for three steps of land from Bali and gave all in two parts. Measured the people, when the third party could not find a place to live, Bali put his head forward, placing his feet on his head, sent all the demon martyrs to the underworld forever. By kicking all the opponents, Vishnu's Vaah avatar was famous as the Vamana avatar.

Dattatreya the fifth incarnation of Lord Vishnu

Hey Rajan Javed Vedant Vedas process and Yagya etc. Karma started getting destroyed then Varna system started getting narrowed then due to destruction of religion many methods of unrighteousness became unrighteous after truth got destroyed then the people started feeling sad then the religious soul got disturbed then Lord Vishnu assumed the form of Diya, the adopted son of a woman, joined the varna system, restored the Vedas and encouraged Yagya, thus re-arranged truth and religion, considering Arjuna to be worthy of having a thousand hands at the time of war Gave a boon so that he could kill evil kings and demons from time to time

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ