वासुदेव का वंशज
वासुदेव की 14 पत्नियां थी जिसमें रोहिणी सबसे बड़ी थी शेष के नाम इस प्रकार है इंद्रियां वैशाखी भद्रा सुनहरी रामदेव शांति श्री देव ब्रिक देव उप देव देव की संपूर्ण कथा कनक रोहिणी से बासुदेव के बलराम सारण सर्च दुशमन श्रम विभाग तथा उसने नामक 8 पुत्र और चित्र नामक कन्या पैदा हुई जो सुभद्रा के नाम से प्रसिद्ध हुई चित्र नामक अप्सरा की शराब व शिरोमणि के गर्व से सुभद्रा के रूप में पैदा हुए ऐसा वर्णन भी कुछ पुराणों में आता है देवकी से उत्पन्न हुए आठ पुत्रों में सबसे छोटे श्री कृष्ण ही बचे शेष सब का कंस वध कर दिया था बलराम ने रेवती से विवाह कर निष्ठ नामक पुत्र को पैदा किया सुभद्रा ने अर्जुन से विवाह कर अभिमन्यु को जन्म दिया था वासुदेव की अन्य पत्नियां से उत्पन्न पुत्रों का वर्णन भी संक्षिप्त रूप से सुनो भोज और विजय शांति से एक देवदत्ता गए सुना से उप सांग देवरी देवरी देवरा नामक पुत्र हुए मृत्यु तीर्थराज की कन्या थी तीर्थराज के साले गर्ग वंशी शरीफ राणापुर सुखदा का झूठा आरोप लगाया तब 12 वर्ष के बाद लोहा दंड के समान सिवान वाला होकर उसने ग्रुप का नियम जो गोपाली नामक अप्सरा थी उससे काम शक्ति से प्रदर्शन हेतु मिथुन किया जिसके परिणाम महा बलवान खलियान पैदा हुआ उस अप्सरा ने उसका भूषण राजा यान के घर में किया अतः वह कालिया आन कहलाया युद्ध की कामना से कालिया ने जब नारद से पूछा कि वह किस से लड़े तो नारद ने उत्तर दिशा में विभिन्न या आंध्र पुल के वीर ही तुम्हारे योग्य हैं तब 18 रोहिणी सेना के साथ कालिया ने मथुरा पर आक्रमण कर दिया तब तक कल्याण का अंत समय नहीं आया था अतः श्री कृष्णा ने 1 तथा अदरक 1 शिविरों को समझा-बुझाकर युद्ध ना करने के लिए मनाया और मथुरा से पलायन कर द्वारिकापुरी को प्रस्थान कर गए कृष्ण की 16108 रानियां ने हसन पुत्र हुए प्रदुमन चारों नियम सुचारू आदि उसमें से प्रमुख है किंतु पहले पोस्ट के अन्य पुत्र विद्वान के बारे में सुनो
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Descendant of Vasudev
Vasudev had 14 wives, in which Rohini was the eldest, the names of the rest are as follows: Indriya, Vaishakhi, Bhadra, Sunhari, Ramdev, Shanti, Sri Dev, Brik Dev, Up Dev Dev, Kanak Rohini to Basudev's Balram, Saran, Search, Dushman, Labor Department, and 8 sons named him. A girl named Subhadra was born, who became famous as Chitra, a nymph named Chitra, who was born as Subhadra out of the pride of Shiromani. Such a description also comes in some Puranas. Of the eight sons born to Devaki, the youngest Shri Krishna survived all the rest. Balarama married Revati and gave birth to a son named Nishtha. Subhadra married Arjuna and gave birth to Abhimanyu. Gaye heard that a son named Upa Sang Deori Deori Deora died, she was the daughter of Tirtharaj, Tirtharaj's brother-in-law Garg vanshi Sharif Ranapur Sukhda was falsely accused, then after 12 years, after 12 years, having a seam like iron rod, he ruled the group with an Apsara named Gopali. power performance Because of which the great strong Khaliyan was born, that Apsara gave him Bhushan in the house of King Yan, so he was called Kalia Aan. With the desire of war, when Kalia asked Narad with whom he should fight, Narad said various or Andhras in the north. Only the heroes of the bridge are worthy of you, then Kalia attacked Mathura with 18 Rohini army, till then the end time of welfare had not come, so Shri Krishna 1 and Ginger 1 camps convinced them not to fight and Mathura Krishna's 16108 queens left for Dwarikapuri after fleeing, Praduman became son of Hasan, all four rules smooth etc. are prominent among them but listen about the other sons of the first post scholar.
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